Saturday, November 5, 2011
Wednesday, November 2, 2011
अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन
दिनांक 7-8 जनवरी, 2012 को ‘अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन’ आयोजित किया जा रहा है जिसमें 7 जनवरी 2012 के कार्यक्रम भिवाड़ी से दिल्ली रोड पर ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की शानदार ऑडिटोरियम में संपन्न होगा और वहीं पर 80 कमरे बुक करा दिए गए है। सुबह 8.30 से रात्रि 10.00 बजे तक तकनीकी सत्र, खाना-पीना और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।यह कार्यक्रम ग्रेटर भिवाड़ी डॉट कॉम द्वारा प्रायोजित है। दिनांक 7 जनवरी, का कार्यक्रम मुख्यत इंडियन काउंन्सिल ऑफ एस्ट्रोलॉजिकल साइंसेज को समर्पित हैं परंतु कुछ बाहर के ज्योतिषियों को भी बोलने का अवसर दिया जाएगा।
दिनांक 8 जनवरी, 2012 को सुबह 9.00 बजे से ऋषि पाराशर जी की समाधि स्थल पर एक ज्योतिष सम्मेलन प्रारंभ होगा जो कि ज्योतिष मंथन पत्रिका के द्वारा संचालित होगा। इसमें कोई भी ज्योतिषी भाग ले सकते हैं। हमारा अनुमान है कि 20-25 ज्योतिषियों को बोलने का अवसर दिया जाएगा। जो पहले रजिस्ट्रेशन करायेंगे उनको अवसर पहले मिलेगा। ऋषि पाराशर का आशीर्वाद आपको फल सकता है।
ऋषि पाराशर जी का आश्रम सरिस्क टाइगर सेन्चुरी के घने जंगलों में स्थित है। यह जंगल 800 वर्ग किलोमीटर में फैला है। इन जंगलों में पाण्डवों ने अज्ञातवास का कुछ समय बिताया था। इन्हीं जंगलों में भर्तृहरि की समाधि है, झरने हैं तथा पाण्डुपोल है जहां हनुमानजी ने वानर रूप में भीम का गर्व दूर किया था। वहां पर आज उन्हीं लेटे हुए वानर रूप हनुमान जी का मंदिर है। पाराशर जाने के लिए घने जंगलों में से होकर जाना होता है और हजारों चीतल, हरिण, चिंकारा, वानर, भेडिये, बारहसिंगा जैसे जंगली जानवर घूमते हुए मिल जाते हैं। बीच की जाती हुई सड़क पर चलती हुई कार के पास आ खड़े होते हैं।
ज्योतिषी अपने परिवार को भी ला सकते हैं। यह शानदार एस्ट्रो-टूरिज्म होगा। प्रति ज्योतिषी 1500/- रु. शुल्क रखा गया है। इसमें उनके ठहरने की व्यवस्था, खाना-पीना व जंगल में व्यवस्थाओं का खर्चा शामिल है। ज्योतिष मंथन पत्रिका अपनी तरफ से भी इस कार्यक्रम में खर्चा वहन कर रही है। इसके अलावा जो भी ऊपर का खर्चा होगा उसके लिए ज्योतिष मंथन अपना सहयोग देगी। भाग लेने वाले सभी ज्योतिषियों को ज्योतिष मंथन की तरफ से सर्टिफिकेट दिया जाएगा। एक वर्ष की सदस्यता भी निशुल्क दी जाएगी।
अलवर शहर से 55 कि.मी., दिल्ली से करीब 150 कि.मी. व जयपुर शहर से 100 कि.मी. पर ऋषि पाराशरजी स्थित है। हमारे पास अलवर, भिवाड़ी व जयपुर सभी स्थानों से ज्योतिषियों को जंगल भ्रमण व ज्योतिष सम्मेलन में पहुंचाने की और लाने की व्यवस्था है। चूंकि यह श्रेष्ठ एस्ट्रो-टूरिज्म सीजन चल रहा है, रहने की व्यवस्थाएं महीनों पहले करनी पड़ती है। जयपुर में तो मार्च तक की सारी बुकिंग बंद हो चुकी है। अत: ज्योतिषियों से निवेदन हैं कि पहले से ही अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। रजिस्ट्रेशन कराते ही, ज्योतिष मंथन की ओर से प्रवेश पत्र भेज दिया जाएगा। सहयोग राशि अपने ही शहर के किसी बैंक में ज्योतिष मंथन के नाम एकाउंट नं. 24590200000067 बैंक ऑफ बडौदा, मानसरोवर, जयपुर में कराई जा सकती है। इसके बाद दिए गए किसी भी टेलीफोन नंबर पर उसकी पुष्टि कर दें। ज्योतिष मंथन का पता निम्र है :
‘ज्योतिष मंथन’
3, महालक्ष्मी विला, मुहाना रोड, वी.टी. रोड के सामने, मानसरोवर, जयपुर-302020।फोन : 0141-3242140 मो. +09928770006 / +09928660006 / +09928770003
दिनांक 8 जनवरी, 2012 को सुबह 9.00 बजे से ऋषि पाराशर जी की समाधि स्थल पर एक ज्योतिष सम्मेलन प्रारंभ होगा जो कि ज्योतिष मंथन पत्रिका के द्वारा संचालित होगा। इसमें कोई भी ज्योतिषी भाग ले सकते हैं। हमारा अनुमान है कि 20-25 ज्योतिषियों को बोलने का अवसर दिया जाएगा। जो पहले रजिस्ट्रेशन करायेंगे उनको अवसर पहले मिलेगा। ऋषि पाराशर का आशीर्वाद आपको फल सकता है।
ऋषि पाराशर जी का आश्रम सरिस्क टाइगर सेन्चुरी के घने जंगलों में स्थित है। यह जंगल 800 वर्ग किलोमीटर में फैला है। इन जंगलों में पाण्डवों ने अज्ञातवास का कुछ समय बिताया था। इन्हीं जंगलों में भर्तृहरि की समाधि है, झरने हैं तथा पाण्डुपोल है जहां हनुमानजी ने वानर रूप में भीम का गर्व दूर किया था। वहां पर आज उन्हीं लेटे हुए वानर रूप हनुमान जी का मंदिर है। पाराशर जाने के लिए घने जंगलों में से होकर जाना होता है और हजारों चीतल, हरिण, चिंकारा, वानर, भेडिये, बारहसिंगा जैसे जंगली जानवर घूमते हुए मिल जाते हैं। बीच की जाती हुई सड़क पर चलती हुई कार के पास आ खड़े होते हैं।
ज्योतिषी अपने परिवार को भी ला सकते हैं। यह शानदार एस्ट्रो-टूरिज्म होगा। प्रति ज्योतिषी 1500/- रु. शुल्क रखा गया है। इसमें उनके ठहरने की व्यवस्था, खाना-पीना व जंगल में व्यवस्थाओं का खर्चा शामिल है। ज्योतिष मंथन पत्रिका अपनी तरफ से भी इस कार्यक्रम में खर्चा वहन कर रही है। इसके अलावा जो भी ऊपर का खर्चा होगा उसके लिए ज्योतिष मंथन अपना सहयोग देगी। भाग लेने वाले सभी ज्योतिषियों को ज्योतिष मंथन की तरफ से सर्टिफिकेट दिया जाएगा। एक वर्ष की सदस्यता भी निशुल्क दी जाएगी।
अलवर शहर से 55 कि.मी., दिल्ली से करीब 150 कि.मी. व जयपुर शहर से 100 कि.मी. पर ऋषि पाराशरजी स्थित है। हमारे पास अलवर, भिवाड़ी व जयपुर सभी स्थानों से ज्योतिषियों को जंगल भ्रमण व ज्योतिष सम्मेलन में पहुंचाने की और लाने की व्यवस्था है। चूंकि यह श्रेष्ठ एस्ट्रो-टूरिज्म सीजन चल रहा है, रहने की व्यवस्थाएं महीनों पहले करनी पड़ती है। जयपुर में तो मार्च तक की सारी बुकिंग बंद हो चुकी है। अत: ज्योतिषियों से निवेदन हैं कि पहले से ही अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। रजिस्ट्रेशन कराते ही, ज्योतिष मंथन की ओर से प्रवेश पत्र भेज दिया जाएगा। सहयोग राशि अपने ही शहर के किसी बैंक में ज्योतिष मंथन के नाम एकाउंट नं. 24590200000067 बैंक ऑफ बडौदा, मानसरोवर, जयपुर में कराई जा सकती है। इसके बाद दिए गए किसी भी टेलीफोन नंबर पर उसकी पुष्टि कर दें। ज्योतिष मंथन का पता निम्र है :
‘ज्योतिष मंथन’
3, महालक्ष्मी विला, मुहाना रोड, वी.टी. रोड के सामने, मानसरोवर, जयपुर-302020।फोन : 0141-3242140 मो. +09928770006 / +09928660006 / +09928770003
कार्यक्रम 07 जनवरी, 2012
A.M. 08:30 - 09:30 उद्घाटन समारोह।
A.M. 09:30 - 12:30 तकनीकी सत्र।
P.M. 12:30 - 12:45 चाय-नाश्ता।
P.M. 12:45 - 01:30 तकनीकी सत्र।
P.M. 01:30 - 02:30 भोजन सत्र।
P.M. 02:30 - 05:00 तकनीकी सत्र।
P.M. 05:00 - 05:15 चाय-नाश्ता।
P.M. 05:15 - 07:00 समापन सत्र।
P.M. 08:00 - 10:00 भोजन अवकाश। सांस्कृतिक कार्यक्रम
कार्यक्रम 08 जनवरी, 2012
A.M. 07:30 प्रस्थान अलवर से ऋषि पाराशर, जंगल भ्रमण।
A.M. 09:30 तकनीकी सत्र, ऋषि पाराशर आश्रम
P.M. 01:00 - 02.00 भोजन अवकाश।
P.M. 02:00 - 03:00 परिचय व सम्मान कार्यक्रम, तकनीकी सत्र
P.M. 03:00 - 04:00 ज्योतिषियों का सम्मान व परिचय।
P.M. 04:00 जंगल भ्रमण व प्रस्थान।
A.M. 08:30 - 09:30 उद्घाटन समारोह।
A.M. 09:30 - 12:30 तकनीकी सत्र।
P.M. 12:30 - 12:45 चाय-नाश्ता।
P.M. 12:45 - 01:30 तकनीकी सत्र।
P.M. 01:30 - 02:30 भोजन सत्र।
P.M. 02:30 - 05:00 तकनीकी सत्र।
P.M. 05:00 - 05:15 चाय-नाश्ता।
P.M. 05:15 - 07:00 समापन सत्र।
P.M. 08:00 - 10:00 भोजन अवकाश। सांस्कृतिक कार्यक्रम
कार्यक्रम 08 जनवरी, 2012
A.M. 07:30 प्रस्थान अलवर से ऋषि पाराशर, जंगल भ्रमण।
A.M. 09:30 तकनीकी सत्र, ऋषि पाराशर आश्रम
P.M. 01:00 - 02.00 भोजन अवकाश।
P.M. 02:00 - 03:00 परिचय व सम्मान कार्यक्रम, तकनीकी सत्र
P.M. 03:00 - 04:00 ज्योतिषियों का सम्मान व परिचय।
P.M. 04:00 जंगल भ्रमण व प्रस्थान।
Wednesday, June 29, 2011
Friday, May 21, 2010
Saturday, May 15, 2010
E-Magazine
A classical magazine for astrology having image of purest and honest publication and is far away from commercialization. India's leading magazine was launched in year-1999 with the mission of enlightening the masses with ancient Vedic sciences. Today with a glorious journey of 6+years , we look forward for many milestones to come. In these six years Jyotish Manthan witnessed hundreds of true predictions and research articles regarding national/international events, Team-Jyotish Manthan with a vigilant eye takes minutest care to bring the essence of Vedic astrology up to masses. Thousands of awaiting readers are motivating factor.
Jyotish Manthan", a Hindi magazine in astrology is read widely across the country. With maximum number of readers and well-wishers , it is most influential and trusted in the country. Magazine is very closely associated with Indian heritage and culture and represent true Vedic India. It maintains integrity of a sincere magazine and always stress upon having an honest soul within it, which makes it best in the segment , and despite of the fact that today where other magazines rely on cheap , free and fake products as gifts, Jyotish Manthan has been winning hearts of the People.
Jyotish Manthan, with 78+ issues happens to be true representative of Astrology and allied sciences. Amongst readers it is known as a purest and pious attempt for Vedic Astrology . Main features of Magazine are 'Research articles, tutorials, case studies, open discussions , guidelines ,and world class forecasts.
In the contents, there are permanent columns regarding solutions of the typical problems of readers concerning Health, Wealth, marriage, children and Vastu etc. along with the tips, monthly forecast, business forecast, ephemeris, festivals ( Religious and Social), important muhurtas and Yogas. It is the endeavor of Jyotish Manthan Team to present every coming issue in a novel way based on feedbacks , research articles and demand of the masses. It has also been the motto of Jyotish Manthan to present every material based on Vedic shashtras and practical experience. It has never tried to mesmerize the readers by offering cheap contents and gifts. Its main objective is to educate the people about the true principles of Astrology and not to horrify by presenting facts in threatening manner.
Jyotish Manthan", a Hindi magazine in astrology is read widely across the country. With maximum number of readers and well-wishers , it is most influential and trusted in the country. Magazine is very closely associated with Indian heritage and culture and represent true Vedic India. It maintains integrity of a sincere magazine and always stress upon having an honest soul within it, which makes it best in the segment , and despite of the fact that today where other magazines rely on cheap , free and fake products as gifts, Jyotish Manthan has been winning hearts of the People.
Jyotish Manthan, with 78+ issues happens to be true representative of Astrology and allied sciences. Amongst readers it is known as a purest and pious attempt for Vedic Astrology . Main features of Magazine are 'Research articles, tutorials, case studies, open discussions , guidelines ,and world class forecasts.
In the contents, there are permanent columns regarding solutions of the typical problems of readers concerning Health, Wealth, marriage, children and Vastu etc. along with the tips, monthly forecast, business forecast, ephemeris, festivals ( Religious and Social), important muhurtas and Yogas. It is the endeavor of Jyotish Manthan Team to present every coming issue in a novel way based on feedbacks , research articles and demand of the masses. It has also been the motto of Jyotish Manthan to present every material based on Vedic shashtras and practical experience. It has never tried to mesmerize the readers by offering cheap contents and gifts. Its main objective is to educate the people about the true principles of Astrology and not to horrify by presenting facts in threatening manner.
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